A Simple Key For कैल्शियम की कमी के लक्षण और इलाज Unveiled

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चीज़ या पनीर खाएं – क्योंकि चीज़ और पनीर कैल्शियम के बेहतरीन स्रोत हैं।

हड्डियां और मांसपेशियाँ: ज्यादातर मामलों में, रक्त में अतिरिक्त कैल्शियम हड्डियों से जाता है, जिससे हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं। इससे हड्डी का दर्द, मांसपेशियों की कमजोरी और अवसाद हो सकता है।

बच्चों के लिए कैल्शियम क्यों जरूरी है?

जिन लोगों में विटामिन डी की कमी रहती है अकसर उनको थकान जल्दी होती है.

इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

जिन लोगों में विटामिन-डी कमी होती है उन्हें अकसर फ्रैक्चर भी जल्दी होता है.

शरीर में सेलेनियम की कमी से केशन रोग एक प्रकार का दिला का रोग, पुरुषों में बांझपन, गठिया रोग, कैंसर, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज, दिमागी रोग, मेमोरी कमजोर होना, और थाइरोइड की बीमारी हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि मांस-मछली और अंडे जैसे नॉन-वेज फूड्स में इसकी अधिक मात्रा होती है लेकिन अगर आप वेजिटेरियन हैं, तो आप इसके लिए कुछ वेजिटेरियन फूड्स को सही मात्रा में अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

खाद्य पदार्थों से कैल्शियम का अवशोषण कम होना, कैल्शियम का ठीक से उपयोग ना कर पाना, या मल-मूत्र के साथ अधिक कैल्शियम निकल जाना।

इस तरह हम देख सकते हैं कि कैल्शियम की कमी से अनेक ख़तरनाक रोग हो सकते हैं। ऊपर हमने अनेक गंभीर समस्याओं को डिसकस किया है जोकि कैल्शियम की कमी का नतीजा हैं।



नस पर नस चढ़ने की स्थिति दो तरह की हो सकती है. पहली स्थिति में आपको तत्काल दर्द होग और ठीक हो जाएगा.

4. Vitamin D sharir me bhojan se calcium sokhne me mdad karta hai, isliye calcium ki kami ko pura karna hai to aese food items bhi get more info khaye jisme vitamin D adhik ho jese doodh, paneer, makkhan, anda aur machli.

शरीर में विटामिन सी की कमी सेभी चढ़ सकती है नस

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